Physical Address

304 North Cardinal St.
Dorchester Center, MA 02124

एलएलबी की सजा के लिए कोर्ट ने 3 तरह की सलाह दी है; न्यायालय में अभिलेखों की सुविधा है


  • हिंदी समाचार
  • आजीविका
  • सुप्रीम कोर्ट पत्रकार प्रत्यायन; संवाददाता पास मुख्य न्यायाधीश \DY चंद्रचूड़ लॉ डिग्री \ मीडिया संस्थान एलएलबी

4 मिनट पहलेलेखक: शिवेन्द्र गौरव

  • कॉपी लिंक

भारत के मुख्य न्यायाधीश दिवा चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 को पदावनत हो रहे हैं। सबसे पहले उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सुपरस्टार बनने के लिए एक बड़ी आजादी दी है। उन्होंने कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट के लिए वैराइटी को कानून की डिग्री (एलीबी) लेने की जरूरत नहीं है। हालाँकि सिद्धांत के अलावा भी दो तरह से पत्रकार सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही में शामिल हो सकते हैं।

बैठक में मुख्य न्यायाधीश ने कहा, ‘मुझे पता नहीं डिग्री की शर्त क्यों रखी गई थी’

सुचित्र कल्याण मोहंती सुप्रीम कोर्ट कवर करने वाले वरिष्ठ पत्रकार हैं। मोहंती ने दैनिक भास्कर से कहा,

मुख्य न्यायाधीश ने कई दिन पहले कुछ सुपरस्टार को चाय पर बुलाया था, उनमें से एक मैं भी था। सिद्धांत के लिए एलएलबी की डिग्री की आवश्यकता को समाप्त करना एक नई पहल है, लेकिन इस अदालत का कोई आदेश नहीं है।

उद्धरणछवि

बैठक में चंद्रचूड़ ने अमिताभ को बताया था,

उद्धरणछवि

मैंने सर्वोच्च न्यायालय के सुसंगत अधिग्रहीत ग्रैब का ढांचा बढ़ाने के लिए एक फाइल पर हस्ताक्षर किए हैं। मुझे नहीं पता कि किस कारण से यह शर्त रखी गई थी कि आपको एलबीबी के पास होना चाहिए। अब इसमें शामिल किया गया है।

उद्धरणछवि

मोहंती ने लिखा है कि दो तरह के पत्रकार सुप्रीम कोर्ट में खबरें कवर करती हैं- सिद्धांत प्राप्त और संप्रदाय प्राप्त। हालाँकि मोहंती के पास सर्वोच्च न्यायालय की सहमति नहीं है। उसे यह आवश्यक भी नहीं सिखाया गया।

वैज्ञानिक वैज्ञानिक वाले को भी लगभग सभी वैद्यों को छोड़ देना चाहिए

चंद्रचूड़ ने यह भी कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में अपने कब्जे में लेने की सुविधा भी लेने वाले को सर्वोच्च न्यायालय में जगह मिलेगी।

मोहंती कहते हैं, ‘उच्चतम न्यायालय के कई कार्यक्रमों का भी दर्शन होता है। जजों के पास रहता है। ‘इनके अलावा लगभग सभी वैज्ञानिक वैज्ञानिक रेस्तरां भी हैं।’

सर्वोच्च न्यायालय में 50 से भी कम शास्त्रीय प्राप्तकर्ता पत्रकार

मोहंती कहते हैं, ‘सुप्रीम कोर्ट में इस समय करीब 40 के आस-पास के ईसाई मान्यताप्राप्त पत्रकार हैं। ‘दोनों ही तरह की वोटिंग में बहुत फर्क नहीं है, क्योंकि अब कोर्ट की कार्यवाही ऑनलाइन उपलब्ध है।’

‘अगर वीडियो बैसाशीट लेने की जरूरत न हो तो सुप्रीम कोर्ट के हर कोर्टरूम में सुनने-सुनने के लिए अलग-अलग ऑनलाइन लिंक उपलब्ध हैं। ‘जजों और वकीलों के टेलिस्कोप डायरेक्टरी जैसी वह सभी चीजें हैं जो मान्यता प्राप्त ग्रैबिस्ट को मुक्त कर देती हैं, वह भी ऑनलाइन मिल जाती हैं।’

हालांकि सिद्धांत न होने पर भी न्यूज कवर करने के लिए एक दिन का पास लेकर सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही में शामिल हो सकते हैं। सुस्वागतम ऐप से यह लगभग आसान हो गया है। ऐप पर रजिस्टर करने से एक ई-मेल आ जाता है, जिसका लाभ उठाने वाले सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं।

शिक्षा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…

राजस्थान ईओ, आरओ की भर्ती परीक्षा रद्द: एसआई भर्ती पेपर लीक में भी तुलछाराम गैंग शामिल; मॉडल का परीक्षण हो सकता है

राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने 2022 के राजस्व अधिकारी (आरओ) ग्रेड-2 और कार्यकारी अधिकारी (ईओ) ग्रेड-4 की भर्ती परीक्षा को बड़े पैमाने पर रद्द कर दिया है। अब जांच के बाद आयोग ने एग्जॉम का रिजल्ट रद्द करने का निर्णय लिया है और 23 मार्च 2025 को सोसाइटी एग्जीमेट का रिजल्ट रद्द कर दिया गया है। खास बात यह है कि इसी पेपर लाइक गैंग ने 2021 की एसआई भर्ती परीक्षा में भी धांधली डाली थी। पूरी खबर पढ़ें…

खबरें और भी हैं…



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *